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Thursday, February 16, 2012

कुशल कुमार गुप्ता (के.के.गुप्ता) की जीवन सारिणी


(क) व्यक्तिगत: जुलाई १९४८ में जिला मंडी हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गाँव में किसान परिवार में जन्म हुआ |
(ख) शैक्षणिक योग्यता: गवर्नमेंट हाई स्कूल भंगारोटू जिला मंडी से दसवीं तथा गवर्नमेंट कालेज चंडीगढ़ से विज्ञान (भौतिक, रासायन तथा गणित) में सनातक और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से लोक प्रशासन में सनातकोतर |
(ग) व्यावसायिक पृष्ठभूमि : सन १९७१ में भारतीय वन सेवा में प्रवेश कर हिमाचल प्रदेश में वन मंडल अधिकारी, अरण्यपाल तथा प्रधान मुख्य अरण्यपाल पदों पर कार्यरत रहे | वन विभाग से बाहर प्रतिनियुक्ति पर बागवानी उपज विपणन, राज्य औद्योगिक विकास, सामान्य औद्योगिक तथा राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगमों के प्रबन्ध निदेशक और राज्य सरकार के कृषि एवं बागवानी सचिव पदों परा कार्यरत रहे | केन्द्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर संयुक्त सचिव खाद्य प्रसंसकरण व विनेवेश मंत्रालयों में और सचिव राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय आयोग पदों परा कार्यरत रहे | जुलाई २००७ में स्वेच्छा से समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेकर भारतीय जनता पार्टी (हि.प्र.) में प्रवेश किया | अक्तुबर २००८ में पार्टी के हिमाचल प्रदेश बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ का राज्य संयोजक नियुक्त किया गया |
(घ) अंतरराष्ट्रीय अनुभव: प्रशिक्षण, विचार गोष्ठियों, कार्यशालाओं तथा द्वीराष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय बैठकों के माध्यमों द्वारा इंग्लैंड, अमेरिका, जर्मनी, हौलेंड, फ्रांस, फिलीपीन्स, मलेशिया और बांगलादेश इत्यादि देशों में जाकर ज्ञान व अनुभव प्राप्ति की |
(ङ) विशेष कार्य: लाहौल स्पीती में पौधरोपण-समूह, माइक्रोवाटरशेड विकास माडल, एच.पी.एम.सी. की कार्य प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार, वन्य प्राणी राष्ट्रीय उद्यानों व अभयारण्यों की सीमाओं का युक्तिकरण करके आबादी वाले क्षेत्रों को बाहर करा प्रदेश के लाखों लोगों को राहत दिलाने केलिए महत्वपूर्ण कदम उठाया | प्रथम राष्ट्रीय प्रसंसकरण नीति का प्रारूप तैयार किया | विनिवेश कार्यक्रम के अन्तरगत केंद्रीय सरकार के उपक्रम माडर्न फ़ूड नामक कंपनी को निजी कंपनी के नियंत्रण में देकर बेचना अपने किस्म का पहला विनिवेश किया | तदोपरान्त सी.एम.सी., पैरादीप फास्फेट, आई.टी.डी.सी. के १९ होटल और आई.एच.सी. के ३ होटलों को विक्रय करके केन्द्र सरकार को करोड़ों रुपये के हो रहे घाटे से मुक्त किया | राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में सचिव पद पर रह कर कार्य व्यवस्था स्थापित कर जनजातीय समुदाय के हित में आयोग को प्रभावी ढंग से चलाया |
(च) लेख: ऑर्गेनाइजर वीकली में अब तक जो लेख छप चुके हैं- ‘Ideal Agenda of Governance’; UPA’s Track Record’; ‘BJP’s Ideology’; ‘Secularism’; ‘RSS’.

शपथ- जो मैंने राजनीति में कदम रखने पर ले रखी है


१. निष्पक्षता, न्यायप्रियता, बचनबद्धता एवं पारदर्शिता मूल सिधान्त हैं

२. भाई/भतीजावाद व पक्षपात से दूरी बनाए रखना

३. विकास केलिए राजनीति से उपर रहना

४. व्यक्तिगत चरित्रहनन व प्रतिशोध से दूरी

५. जाति/लिंग/संप्रदाय/पंथ के आधार पर कोई भेदभाव नहीं



राजनीतिक पार्टी का आदर्श आधार

१. स्पष्ट सिधान्त एवं राष्ट्रवाद/राष्ट्रीयता आधारित विचारधारा

२. लोकतंत्र में अटूट विश्वास

३. अनुशासन पर कोई समझौता नहीं

४. गतिशीलता एवं सुधारीकरण की ओर झुकाव

५. योग्यता व कार्यों के आधार पर पहचान करना

कार्य की रूपरेखा एवं लक्ष्य

१. सुधार (प्रशासनिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक) लाना

२. विकास कार्यों को गरीबी उन्मूलन, रोजगार व उत्पादकता से जोड़ना

३. कृषि-बागवानी, जड़ी-बूटी, ऊर्जा एवं संरचना विकास को प्राथमिकता

४. शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का तीव्रता से विस्तार

५. सु-राज स्थापना व वित्तीय-संसाधन सुदृढ़ता हेतू अग्रसर